मानव का मन ही उसे मोक्ष के द्वार ले जाता है: सन्त श्री ध्यान प्रेमानन्द जी
- केलाखेड़ा खबर
- Nov 28, 2020
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रिपोर्ट@ कान्ता यादव
केलाखेड़ा । गांव हरिपुरा में स्थित श्री अद्वैत स्वरूप विचार आश्रम में आज आयोजित विशाल सालाना सन्त सम्मेलन में नंगली दरबार मेरठ एवं फतेहाबाद हरियाणा से आये सन्त श्री ध्यान प्रेमानन्द जी एवं विज्ञान प्रेमानन्द जी महाराज ने सयुंक्त रूप से कहा कि कर्म को स्वार्थ से परमार्थ की और ले जाना ही मुक्ति है।उन्होंने कहा कि कर्म का त्याग करने से मुक्ति नहीं मिलती है कर्मो से मानव महान बनता है।इस मौके पर विशाल भंडारा भी आयोजित हुआ जंहा हजारों लोगों ने लंगर ग्रहण किया।मन्दिर की गुम्बद पर ध्वज पताका फहराई गई।इस मौके पर भजनों पर श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया।
जानकारी के अनुसार नगर से 6 किलोमीटर दूर गांव हरिपुरा में आज सन्त सम्मेलन में सन्त श्री ध्यान प्रेमानन्द जी एवं विज्ञान प्रेमानन्द जी महाराज ने कहा कि सन्त जो होते हैं वह चोकीदार का कार्य कर मानव को सदमार्ग पर ले जाते है तथा इन्हीं सन्तो के द्वारा मनुष्य भव सागर को पार कर सकता है उन्होंने कहा कि यह जीवन अति दुर्लभ है और आत्मा अजर अमर है।
सत्संग को सम्बोधित करते हुए कहा कि मानव का मन ही उसे मोक्ष के द्वार ले जाता है क्योंकि मन से की हुई भक्ति से ही उसे परमात्मा के साक्षात्कार होते हैं।उन्होंने कहा कि सतगुरु अगर तेरा सहारा न होता तो सुंदर संसार हमारा न होता,तूफानों की तबाही में गुम हो जाते अगर सर पे हाथ तुम्हारा न होताश्श् इस मौके पर सन्तो ने कहा कि बिना सुमिरन किये गुरु को पाना ,बिना पता लिखे उस पत्र के समान है जो कभी भी अपनी मंजिल पर नही पहुंच सकता है।

इस मौके पर सन्त श्री ध्यान प्रेमानन्द जी,विज्ञान प्रेमानन्द जी,हरि अनमोलानंद जी,विनीत प्रेमानन्द जी,हरि संगीता नन्द जी,श्याम प्रेमानन्द जी,अध्यात्म प्रेमानन्द जी,विनय प्रेमानन्द जी,महंत देशराज कम्बोज, कांता यादव,सी डी खुराना, तुलाराम यादव,सतीश कुमार जल्होत्रा, अनिल जल्होत्रा, पूर्णिमा तनेजा, ममता खुराना, सुदेश जल्होत्रा, रितु खुराना, पूनम, बाला, सोनिया, अंजू,प्रियंका, राजरानी,दीक्षांत यादव,विमला यादव, दिग्विजय सिंह, अक्षित यादव,अग्रिमा यादव,हिमानी,अंशुल,सुभाष, करन, समीक्षा, राजन, दीक्षा, शिवानी, किट्टू, शिविर, आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।
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