मानव को प्रभु के नाम का जाप करते रहना चाहिए: सन्त श्री अध्यात्म प्रेमानन्द जी
- केलाखेड़ा खबर
- Feb 25, 2021
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हिंदु धर्म मे गुरु को ईश्वर से भी श्रेष्ठ माना गया: - सन्त श्री विज्ञान प्रेमानन्द जी
रिपोर्ट -तुलाराम यादव
केलाखेड़ा के ग्राम चंदनपुरा में आयोजित सत्संग को सम्बोधित करते हुए सन्तो ने बताया कि मनुष्य के जीवन में गुरु ज्ञान एक ज्योति की तरह होता है जिसकी आंच से उसके अंदर ज्ञान का दीपक रोशन होता है।नंगली दरबार मेरठ एवं हरियाणा के फतेहाबाद से आये सन्तो ने गुरु महिमा का गुणगान किया।इस मौके पर विशाल भंडारा भी हुआ जंहा लोगों ने भोजन ग्रहण किया।

जानकारी के अनुसार क्षेत्र के ग्राम चंदनपुरा निवासी संतलाल एवं बलबंत लाल ढोट के आवास पर विशाल सत्संग का आयोजन हुआ जंहा पर नंगली दरबार मेरठ एवं हरियाणा के फतेहाबाद से आये सन्त श्री ध्यान प्रेमानन्द जी एवं श्री विचार सेवानन्द जी महाराज ने सयुंक्त रूप से कहा कि आज की युवा पीढ़ी को अच्छे संस्कारों की जरुरत है क्योंकि आज की युवा पीढ़ी गलत संगत में पढ़ कर भटक रही है।उन्होंने बताया कि मनुष्य के जीवन मे गुरु का ज्ञान एक ज्योति की तरह होता है जिसकी आंच से उनके अंदर ज्ञान का दीपक रोशन होता है।गुरु ही है जो अबोध के अंदर ज्ञान की चक्षु रोशन करता है और उसे जीवन का महत्व समझाता है तथा गुरु ही अपने शिष्य का मार्गदर्शन करते हुए उसे समाज मे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।

इस मौके पर सन्त श्री विज्ञान प्रेमानन्द जी एवं सन्त श्री विनीत प्रेमानन्द जी महाराज ने कहा कि हिंदु धर्म मे गुरु को ईश्वर से भी श्रेष्ठ माना गया है क्योंकि गुरु ही है जो इस संसार रूपी भव सागर को पार करने में सहायता करते है।गुरु के द्वारा दिये गए ज्ञान और दिखाये गये मार्ग पर चलकर मनुष्य मोक्ष को प्राप्त करता है।उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपने गुरु का ऋण जीवन में कभी नहीं चुका सकता है। मनुष्य जो भी सीखता है वह अपने गुरु से ही सीखता है और गुरु की सीख से ही मनुष्य सफलता प्राप्त करता है।

सन्त श्री अध्यात्म प्रेमानन्द जी एवं भक्ति प्रेमानन्द जी महाराज ने कहा कि सुख दुःख जीवन में आते जाते हैं मानव को प्रभु के नाम का जाप करते रहना चाहिए इसी के द्वारा मोक्ष पा सकता है उन्होंने कहा कि जिस सुख को हम ढूंढ रहे हैं वह हमारे भीतर ही है।जिसने अपने मन को अपने कब्जे में कर लिया है वह भव सागर को पार कर सकता है।उन्होंने बताया कि आज का मानव मोह माया में फंसकर स्वार्थी होता जा रहा है।
इस मौके पर विशाल भंडारा सम्पन्न हुआ जंहा सैकड़ों लोगों ने भोजन स्वरूप प्रशाद ग्रहण किया।सत्संग के दौरान श्री नंगली निवासी भगवान के जयघोष से चंदनपुरा गुंजायमान हुआ।सत्संग के अंत मे भजनों पर श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया।इस मौके पर जग्गा राम,सी डी खुराना, रितु खुराना, कांता यादव,ममता खुराना, अग्रिमा यादव,तुलाराम यादव,कमलेश, गीता,सचिन,दिव्यांस,हेमा कालड़ा,अंजू अरोरा,प्रियंका जल्होत्रा, सोनिया जल्होत्रा,विशाल,नीरू जल्होत्रा,हिमानी खुराना, अंशुल,दीक्षांत यादव,अक्षित यादव,पूनम,करन खुराना,शिविर,जगदीश चन्द्र कम्बोज, लेखराज कम्बोज, आशा रानी,राजरानी कम्बोज, विमला यादव,नैना यादव,दिग्विजय सिंह, अनीता, आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद थे।
उधर बाजपुर के मोहल्ला राजीव नगर में बृजलाल यादव के आवास पर भी सन्तो ने सत्संग को सम्बोधित किया।
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