केलाखेडा में इस बार ना सीता हरण होगा ना रावण की लंका जलेगी।
- केलाखेड़ा खबर
- Oct 2, 2024
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भूमि ना मिलने से वर्षो से हो रही रामलीला इस बार नही होगी।
केलाखेडा। केलाखेडा नगर में अब रामलीला का मंचन होना मुश्किल है। वर्षों से चली आ रही श्री रामलीला का मंचन इस बार स्थाई जगह न होने के कारण संभव नहीं हो पाएगा। श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अजय कालड़ा से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि विगत 40 वर्षों से केलाखेड़ा में श्री रामलीला का आयोजन किया जा रहा है जिसमे की हिंदू समाज के साथ-साथ मुस्लिम वर्ग का भी बहुत सहयोग प्राप्त होता है परंतु इस वर्ष स्थाई भूमि ना होने के कारण श्री रामलीला का मंचन नहीं हो पाएगा। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष ने बताया शासन एवं प्रशासन दोनों को ही विगत कुछ वर्षों से इसके बारे में सूचना दी जा रही थी एवं स्थाई भूमि के लिए कमेटी द्वारा एवं व्यक्तिगत तौर पर भी बहुत प्रयास किया जा रहा था किंतु इतने वर्षों में प्रशासन एवं सरकार से केवल आश्वासन एवं वादों के अलावा कुछ भी ना मिला। सभी नेताओं चाहे वह छोटे स्तर के हो या बड़े स्तर के समय-समय पर सभी के समक्ष यह मांग रखी गई की रामलीला के लिए स्थाई भूमि का होना बहुत आवश्यक है कुछ गणमान्य जनसेवको द्वारा रामलीला मंच के माध्यम से यह घोषणा भी की गई कि जल्द ही रामलीला के लिए स्थाई भूमि का प्रबंध किया जाएगा परंतु विडंबना की बात है कि अभी तक यह संभव नहीं हो सका जिसके कारण इस वर्ष रामलीला का मंचन आयोजित नहीं किया जा सकेगा जिससे कि हिंदू वर्ग में काफी रोष का माहौल है नगर के कुछ लोगो से इस विषय में बात करने बताया गया की रामलीला का मंचन होना चाहिए एवं इसे किसी भी हाल में बंद नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि राम किसी एक धर्म के नही है वह तो सभी के है उनके आदर्शाे पर चलकर ही आम जनमानस का कल्याण होता है रामलीला का न होना भारतीय संस्कृति की बहुत बड़ी हानि है जिसके दुष्परिणाम आने वाले समय मे दिखाई देंगे।
रामलीला मंचन हेतु भूमि आवंटन के मिलते आ रहे आस्वासन
केलाखेड़ा में प्रति वर्ष स्थानीय कलाकारों द्वारा स्वयं प्रभु श्री राम की लीला का मंचन अस्थायी भूमि पर करीब 40 सालो से किया जाता आ रहा है। रामलीला मंचन के लिए स्थायी भूमि के लिए रामलीला कमेटी प्रयासरत रही हैं जिसके लिए क्षेत्रीय विधायक अरविंद पांडेय व भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा से कई बार मिलकर स्थायी भूमि की मांग की है परंतु रामलीला कमेटी को सिर्फ ओर सिर्फ आस्वासन के सिवाय कुछ नही मिला।
बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि इतना बड़ा मंचन प्रभु श्री राम की लीला इस साल नहीं हो रही । दिल को बहुत ही ठेस पहुंच रही है । सरकार से ये ही अनुरोध है कि जल्द से जल्द इस विषय पर एक्शन लिया जाए जिससे प्रभु श्री राम का गुणगान होता रहे ।
धन्यवाद