इस चुनाव टूटे कई मिथक, मगर नहीं टूटा सीएम की हार का सिलसिला
- केलाखेड़ा खबर
- Mar 11, 2022
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उत्तराखंड की सियासत में इस चुनाव में कई मिथक टूट गए, मगर मुख्यमंत्री के हारने का मिथक बरकरार है। दो दशक बाद सत्ता परिवर्तन से जुड़ा मिथक टूट गया है। चुनाव में भाजपा ने लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल किया है। प्रदेश की राजनीति में सबसे बड़ा मिथक यह था कि किसी भी दल को लगातार दूसरी बार जीत नहीं मिली है। इस मिथक को तोड़ने में भाजपा कामयाब रही है। इसके अलावा चुनाव से जुड़े कई मिथक टूटे हैं तो कई बरकरार हैं।
शिक्षा और पेयजल मंत्री ने अपनी-अपनी सीट पर जीत हासिल कर चुनाव में हार के मिथक को तोड़ा है। प्रदेश के राजनीति इतिहास में अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं। उसमें शिक्षा मंत्री और पेयजल मंत्री कभी चुनाव नहीं जीते पाए। प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने गदरपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीता है। जबकि पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने डीडीहाट विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर इस मिथक को तोड़ा है। रानीखेत सीट से जो विधायक बनता था उस पार्टी की सरकार नहीं बनती थी। इस चुनाव में वह मिथक भी टूट गया। भाजपा का विधायक जीता तो सरकार भी भाजपा की बनी।
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